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कोविड के मामले सामने आने से प्रशासन व स्वास्थ विभाग बढ़ी मुश्किलें,लगातार मरीजों की संख्या में हो रहा है इजाफ़ा
संवाददाता नासिर हुसैन 24 पब्लिक न्यूज़
आजमगढ़ जनपद में लगातार कोविड के मामले सामने आने के साथ ही प्रशासन व स्वास्थ विभाग के लिए चुनौतियां बनी हुई है। इसी क्रम में आजमगढ़ मंडलीय अस्पताल में अलग से बने आइसोलेशन वार्ड में ऑक्सीजन की व्यवस्था का दावा किया जा रहा है हालांकि यहां पर साफ-सफाई व अन्य सुविधाओं को लेकर दिक्कत बरकरार है।
कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही पीड़ित लोगों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है। स्थिति यह है कि आजमगढ़ का मंडलीय अस्पताल जहां पर सामान्य रोगियों के इलाज की व्यवस्था है। वहां पर बहुत से लोग अचानक से सांस फूलने की बीमारी को लेकर पहुंच जा रहे हैं जिसको लेकर कई बार अफरा-तफरी की स्थिति हो जा रही है। अस्पताल की ओपीडी पहले से ही बंद कर दिया गया है और अचानक से तबीयत बिगड़ने या सांस फूलने की बीमारी वालों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। हालांकि कई बार मरीज़ों की ज्यादा संख्या होने पर मंडलीय अस्पताल के साथ ही शहर के दो नर्सिंग होम को भी मरीजों को भर्ती के लिए अधिग्रहित कर लिया गया है। इसके अलावा कोरोना पॉजिटिव गंभीर पेशेंट के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज के साथ ही दो अन्य नर्सिंग होम को कोविड अस्पताल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके बाद भी मरीजों की बढ़ती संख्या प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के लिए सिरदर्द बनी हुई है। स्थिति यह है कि प्रतिदिन चार सौ से ज़्यादा पॉजिटिव मरीज आ रहे हैं। करीब 10 लोगों की मौत का अधिकृत बेवरा दिया जा रहा है लेकिन कई ऐसी मौतें हो रही हैं जो पूरी तरीके से रहस्मय बनी हुई है। इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में ऐसे लोग भी हैं जिनकी जांच नहीं हुई है लेकिन वह सर्दी जुखाम बुखार से पीड़ित होकर स्वत ही या किसी झोलाछाप डॉक्टर से इलाज करा रहे हैं। हालत बिगड़ने पर मंडलीय अस्पताल पहुंच रहे हैं। मंडलीय अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड के इंचार्ज डॉ अभिषेक सिंह का कहना है कि ऑक्सीजन फिलहाल पर्याप्त मात्रा में है। लेकिन कई मरीज ऐसे आ रहे हैं जिनकी हालत पहले ही ज़्यादा खराब है। इसलिए उन्होंने लोगों से अपने ऑक्सीजन लेवल की जांच करते रहने की बात कही ताकि समय रहते अच्छे से इलाज हो सके।डॉक्टर ने बताया कि यहां कोरोना की जांच भी हो रही है।