875 total views
दरगाह प्रबंधक की गिरफ्तारी के बाद अब इन लोगों को सता रहा है कार्रवाई का डर।
ब्यूरो रिपोर्ट: 24 पब्लिक न्यूज़
रुड़की। पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक कार्यलय में तैनात प्रबंधक मोहम्मद हारून को देहरादून विजिलेंस की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा था। वही अब सुपरवाइजर से लेकर फर्जी खादिमों को भी कार्रवाई का डर सताने लगा है क्योंकि दानपात्र से दान के पैसे चोरी करते हुए और दरगाह के दान पर खड़े होकर ज़ायरीनों से अवैध उगाही करते हुए वीडियो वायरल हुआ था। पूरा मामला प्रबंधक मोहम्मद हारून के संज्ञान में आने के बाद भी इन फर्जी खादिमों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी।आपको बता दें की दरगाह प्रबंधन ने सुपरवाइजर राव सिकंदर को दरगाह की आय को नुकसान पहुंचाने के संबंध सेवा समाप्त कर दी थी। जिसको लेकर सुपरवाइजर ने दरगाह प्रबंधन के साथ सांठगांठ कर दरगाह प्रबंधक को रिश्वत लेने के लिए तैयार कर लिया। लेकिन यहां यह भी नहीं भूलना चाहिए कि जो सुपरवाइजर पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरा हुआ है कानूनी कार्रवाई तो उनके खिलाफ भी होनी चाहिए। वही अब सुपरवाइजर से लेकर फर्जी खादिमों को भी कार्रवाई का डर सताने लगा है क्योंकि दानपात्र से दान के पैसे चोरी करते हुए और दरगाह के दान पर खड़े होकर ज़ायरीनों से अवैध उगाही करते हुए वीडियो वायरल हुआ था। पूरा मामला प्रबंधक मोहम्मद हारून के संज्ञान में आने के बाद भी इन फर्जी खादिमों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी।बतादे कि पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक कार्यलय में तैनात प्रबंधक मोहम्मद हारून को बुधवार को देहरादून से आई विजिलेंस की टीम ने 10 हज़ार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। प्रबंधक मोहम्मद हारून एक सुपरवाइजर से सेवा बहाल करने व रजिस्टर मेंटेने करने के एवज में डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था। जिसकी शिकायत सुपरवाइजर द्वारा विजिलेंस से की गई थी। सुपरवाइजर द्वारा जब प्रबंधक को रिश्वत की रकम दी गई तभी विजिलेंस की टीम ने प्रबंधक को रंगे हाथ दबोच लिया था।दरगाह प्रबंधक पर हुई इस कार्रवाई के बाद से दानपात्र से दान के पैसे चोरी करने और दरगाह परिसर में ज़ायरीनों से अवैध उगाही करने वालों को भी कार्रवाई का अब डर सताने लगा है।क्योंकि यह कहना गलत नहीं होगा कि प्रबंधक साहब की मिलीभगत से ही दरगाह परिसर में फर्जी खादिमों द्वारा ही ज़ायरीनों से लूटखसोट का धंधा चल रहा था। सोशल मीडिया पर दानपात्र से दान के पैसे चोरी करते हुए और दरगाह परिसर में लूटखसोट करते हुए वीडियो वायरल हुए थे। लेकिन दरगाह प्रबंधक साहब इन सब के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करा पाए थे जिसके चलते यह पूरा मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया था। रिश्वत लेते हुए पकड़े गए प्रबंधक साहब की अब बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही हैं।