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स्वास्थ्य केंद्र पर लूट खसौट का काम जोरो पर,मरीजों की जेब पर डॉक्टर डलवा रहे डाका
ब्यूरो रिपोर्ट: 24 पब्लिक न्यूज़
उत्तराखंड सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति भले ही लाख दावे कर रही हो लेकिन नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इसकी हकीकत कुछ और ही नजर आ रहा है। नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सुविधाओं के नाम पर मरीजों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं आलम यह है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों के लिए दवाई से लेकर डॉक्टर्स तक उपलब्ध नहीं हैं।
आपको बतादे कि रुड़की के नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर मरीजों के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर खिलवाड़ कर रहे हैं मरीजों को डॉक्टरों से मिलने के लिए दो दो घंटे तक इंतजार करना पड़ता हैं। लेकिन डॉक्टर स्वास्थ्य केंद्र से नदारद नज़र आते हैं डॉक्टरों की मनमानी के चलते स्वास्थ्य केंद्र के कमरे पर ताले तक लटके हुए हैं। मरीजों का कहना है कि नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर समय से नहीं पहुंचते हैं। डॉक्टर आने के बाद दो चार मरीजों को देखते भी है तो उन्हें ज्यादातर दवाई बाहर के मेडिकलो से लिखकर देते हैं जो कि साफ दर्शाता है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाइया उपलब्ध नहीं है यह कह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों की बाहरी मेडिकल वालों से कमीशन बंधी हो सकती है। इसलिए यहां के डॉक्टर बाहर के मेडिकल से दवाई ज्यादा लिखते हैं और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सिर्फ खानापूर्ति करने के लिए दवाई मरीजों को दी जाती है जिससे मरीजों की जेब पर भारी खर्च पड़ रहा है। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता हैं कि डॉक्टर 10 बजे के बाद स्वास्थ्य केंद्र पर कमरे का ताला खोलते हुए नजर आ रहे हैं। वही इस मामले पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी विवेक तिवारी का कहना हैं कि यह इतना बड़ा इश्यू नहीं हैं ये आरोपी निराधार हैं क्योंकि कुंभ के चलते उनकी ड्यूटी बॉर्डर पर लगी हुई हैं और जो लोग बाहर बैठकर इंतजार करते हैं वो वैक्सीनेशन का इंतजार करते हुए लोग बैठे होंगे। अब देखना यह होगा कि जो डॉक्टर कुंभ और कोरोना को ढल बनाकर अपनी नाकामी छुपा रहे हैं और मेडिकल वालों से मिलीभगत कर मरीजों की जेब पर डाका डलवा रहे हैं क्या स्वास्थ्य विभाग ऐसे भ्रष्टा डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई कर पाता है।