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लंढोरा चोकी क्षेत्र में ओवर लोड खनन के डम्पर किस की सेह पर दोड़ रहे,क्षेत्र व ट्रैफिक पुलिस खनन माफियाओं के सामने नसमस्तक,जिले में खनन के डम्पर से कई घटनाएं होने के बाद भी पुलिस नही लेरही कोई एक्शन।
ब्यूरो रिपोर्ट: 24 पब्लिक न्यूज़
रुड़की।मंगलोर कोतवाली क्षेत्र के चोकी लढोरा में खनन के ओवर लोड़ डम्पर आखिर किस के इशारो पर भीडभाड़ वाले क्षेत्र में दौड़ रहे।वही जिले में खनन के डम्पर से कई बड़ी घटनाएं हो चुकी है और कई बार लोग इन ओवर लोड खनन से लदे डम्परों के खिलाफ धरना भी दे चुके है।क्षेत्रय पुलिस को ओवर लोड़ ट्रेक्टर ट्राली टेम्पो ट्रक, टूव्हीलर वाहन पर तीन सवारी ही दिखाई देती है।ओर क्षेत्रय जनता के वाहनो को रोक कर चेकिंग कर मोटी रकम के चालान भी काटे जाते है।लेकिन क्षेत्रीय पुलिस को ओवर लोड़ खनन के डम्पर नही दिखाई देते जो रोड़ पर चलने वाले लोगों की आँखों में ओवर लोड़ खनन के डम्परो से उड़कर मिट्टी डलती दिखाई नहीं देती जिस्से कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।वही सूत्रों की माने तो खनन माफिया आधे खनन के डम्परों को ही ई-रवन्ने जारी करते है बाकी आधे डम्पर बिना रवन्ने के चल रहे है जिस्से राजस्व को लाखों का चुना लगाया जा रहा है।अब इसमे खनन अधिकारी वह क्षेत्रय पुलिस की मितिभगत है या नही इसे तो वही जाने लेकिन जिस तरह बे खोफ खनन माफिया खनन कर रहे है उसमें तो दाल में काला नजर आ ही रहा है।सूत्रों की माने तो खनन माफिया लढोरा क्षेत्र में एक दो खेत से मिट्टी उठाने की परमिशन लेते है लेकिन खनन माफिया परमिशन की आड़ में कई खेतो से मिट्टी उठाकर ठिकाने लगा रहे है।ओर वही जितनी घनमीटर मिट्टी उठाने की परमिशन है उस्से अधिक मिट्टी उठा कर ठिकाने लगा रहे है जिस्से राजस्व को लग रहा है लखो का चूना। वही खनन अधिकारी जांच कर कार्रवाई का बहाना बनाकर अपना पल्ला झाड़ते है।आखिर एसी क्या वजह है जो सम्बंधित अधिकारी कार्रवाई नही करते कही सेटिंग गेटिंग का खेल तो नही चल रहा है।अफसोस जनक बात इतना सबकुछ होने के बाउजूद भी प्रशासन इन खनन के ओवरलोड वाहनों पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है।