2,350 total views
मानसून सत्र की पहली बारिश में ही हरिद्वार बाईपास में लगी घटिया सामग्री वह भरस्टाचार अधिकारियों की पोल खुली
ब्यूरो रिपोर्ट: 24 पब्लिक न्यूज़
रुड़की। कोर कॉलेज के सामने बाईपास रोड पर बने अंडर पास के बराबर वाली रोड एक साईड से धसने लगी है। आपको बता दें की मानसून की पहली बारिश ने ही बाईपास रोड की गुणवत्ता वह भरस्टाचार की पोल खोलकर रख दी है। क्योंकि जो बाईपास मानसून सत्र की पहली बारिश भी ना झेल सके उसमें कितना भ्रष्टाचार हुआ होगा इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की हरिद्वार बाईपास कितना सुरक्षित है क्योंकि मानसून सत्र की पहली बारिश में ही बाईपास रोड की मिट्टी खिसकने से बाईपास रोड धसने लगी है।कोर कॉलेज के पास बने अंडर पास पर भी खतरा मंडराने लगा है जिससे अंडर पास की नीचे वाली रोड धसने से आने जाने वाली जनता कभी भी इसका शिकार हो सकती है क्योंकि अंडर पास की बराबर मैं बनी रोड साइड से कई फिट तक धसने लगी है।
जिससे अंडर पास की दीवार गिरने का खतरा दिख रहा है अगर अंडर पास की दीवार का कोई भी पत्थर दीवार से निकलता है तो पुरा अंडरपास खतरे में आ जाएगा। आपको अवगत करादे की कुंभ 2021 के मद्देनजर हरिद्वार बाईपास रोड बनाया गया था जोकि कुछ दिनो में ही रोड की खस्ता हालत दिख रही है। अभी कुछ दिन पहले डोईवाला बाईपास फुल की रोड भी कुछ इसी तरहा धसगई थी जो कि एक बड़ा खतरा टल गया था।
हरिद्वार बाईपास रोड बने अभी तीन चार महीने भी पूरे नहीं हुए है और बाईपास रोड का काम भी अभी चल रहा है क्योंकि बढेडी राजपूतान के पास सर्विस रोड अभी पूरी तरह नहीं बना है और पूरे बाईपास पर कहीं ना कहीं काम चल ही रहा है लेकिन इस के बावजूद भी बहादराबाद टोल प्लाजा पर टोल शुल्क लेना कई महीनों से शुरू कर दिया था जो कि जनता की जेब पर भारी पड़ रहा है। जनता को अभी इस टोल रोड की पूरी सुविधा भी नहीं मिल रही है और टोल शुल्क पूरा वसूला जा रहा है जनता इस्से परेशान क्योंकि हरिद्वार बाईपास पर अभी काम भी पूरा नही हुआ है और टोल रोड की सुविधा भी अभी पूरी तरहा से नही मिल रही है।वह अभी तक पूरा रोड भी कम्पलीट नही हुआ है फिर भी जनता से टोल वसूला जाना भी कहीं ना कहीं जनता की जेब पर भारी पड़ रहा है। उत्तराखंड सरकार को इस और ध्यान देने की जरूरत है। की बाईपास रोड अभी बनकर पूरी तरह तैयार भी नहीं हुआ और रोड धसने की कई जगह से शिकायतें आने लगी है आखिर इस की जांच कब होगी और भ्रष्टाचार अधिकारी वह ठेकेदार कब सलाखों के पीछे जाएगे यह तो जांच होने के बाद ही पता चलेगा।