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आम जनता महंगाई की मार झेलने को मजबूर,डीजल, पेट्रोल ,रसोई गैस के साथ साथ फल सब्जियों के दाम छू रहे आसमान
रिपोर्ट: राव सरवर साबरी
रुड़की। कोरोना संकट के बाद अब आम जनता महंगाई की मार झेलने को मजबूर है। हम ये इसलिए कह रहे है कि आय दिन डीजल, पेट्रोल ,रसोई गैस के साथ साथ फल सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है इसलिए आम जनता को दो जून की रोटी खाना मुश्किल हो गया है।बढ़ती महंगाई से लोगों की जेब पर भारी पड़ने लगी हैं।
बतादे कि देश और प्रदेश में बढ़ती मंहगाई की मार झेल रहे आम आदमी का कहना है कि एक तरह कोरोना संकट के दौरान लॉक डाऊन में कई लोग बेरोजगार हो गए और कई घरों चिराग बुझ गए है लेकिन अब जनता भुखमरी की कगार पर पहुँच चुकी है। क्योंकि तेल, दाल ,सब्जिया भी महंगी हो गयी है जिससे लोगों भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। सरकारें भी जनता की भलाई के बजाए महंगाई पर जोर दे रही है। गरीब लोगों को अपने बच्चों का पालन पोषण कैसे करेंगे जब महगांई की दरें बढ़ने से हर चीज आसमान छूने लगी हैं।ऐसे में लोगों के सर पर रोजी रोटी का संकट मंडराने लगा हैं। जनता का कहना है यदि मंगाई कम नही हुई तो इसका खामियाजा सरकारों को आने वाले चुनावों में भुगतना पड़ सकता है क्योंकि आज जनता मंहगाई की मार झेल रही है इसलिए जनता द्वारा चुनी गई सरकार लोगों को लगातार परेशान कर रही है।जनता का कहना है कि आज गरीब लोग मंहगाई की मार से परेशान हैं लेकिन सरकार गरीब लोगों के लिए नहीं सोच रही हैं। पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने आम जनता में आक्रोश दिखाई दे रहा है क्योंकि कोरोना काल मे कई गरीब लोगों के पास दो वक्त रोटी तक खाने को नही लेकिन दूसरी तरफ महंगाई ने जनता की कमर तोड़कर रख दी हैं। जनता का कहना है कि इस महगांई में घर का खर्च कैसे उठाए यह तो सरकार को देखना चाहिए गरीब लोगों की एक तो मेहनत मजदूरी नहीं लग रही हैं और महगांई बढ़ने से लोगों के जीवन में ब्रेक लगा दिया हैं।