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हरिद्वार महाकुम्भ के शाही स्नान पर्व में नारसन बॉर्डर पर प्रशासन कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कराने में नाकाम दिखाई दे रहा है।
ब्यूरो रिपोर्ट: 24 पब्लिक न्यूज़
कोविड-19 महामारी जहां पूरी दुनिया में दूसरे साल भी विकराल रूप धारण करता नजर आ आ रहा है जिसने दुनिया की चलती फिरती जिंदगी में जहां ब्रेक सा लगा दिया है वही उत्तराखंड के हरिद्वार में महाकुंभ का आगाज हो रहा है जिसे लेकर शासन प्रशासन सालों से तैयारियां करराहा था वह दावे नारसन बॉर्डर पर खोकले नजर आ रहा है।
रुड़की उत्तराखंड नारसन बॉर्डर पर करोना नियमों की खुलेआम धज्जी प्रशासन द्वारा उड़ाई जा रही है। क्योंकि चेक पोस्ट पर आने वाले यात्रियों का कोरोना टेस्ट कराने के लिए जो लाइने लगी है उनमें कोई भी प्रशासन का व्यक्ती करोना नियमों की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए नहीं दिख रहा है। जिससे यात्रीयो ने जिस जगह लाइन लगाकर बिना सोशल डिस्टेंसिंग के खड़े हैं उस्से करोना गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां नारसन बॉर्डर पर उड़ती नजर आ रही है। प्रशासन के लाख दावे करने के बावजूद भी नारसन बॉर्डर पर करोना नियमों का पालन नहीं हो रहा है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा है जिससे करोना के संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।आपको बतादे की नारसन बॉर्डर पर आज 1570 यात्रियों की कोरोना जाँच हुई है जिसमे 10 यात्री कोरोना पॉजिटिव भी मिले हैं जोकी वह भी इन्ही लाइन में खड़े थे और एक दूसरे के संपर्क में भी आए होंगे सम्पर्क में आए यात्रियो में भी करोना वायरस एक दूसरों में भी फैल सकता है इसे भी नजर अंदाज नही किया जासकता।आपको बता दें कि 12 तारीख को हरिद्वार महाकुम्भ का दूसरा शाही स्नान होना है जिससे श्रद्धालु लाखो की तादाद में हरिद्वार पहुंच रहे हैं।और हरिद्वार आने के लिये यात्रियों को 72 घंटे के अंदर की करोना निगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य है। जिनके पास रिपोर्ट नहीं है उनका टेस्ट नारसन बॉर्डर पर किया जा रहा है लेकिन श्रद्धालुओं की लाइने लगी हुई है और सोशल डिस्टेंसिंग का कोई पालन नहीं हो रहा है जिससे श्रद्धालुओं को एक दूसरे में संक्रमण फैलने का पूरा पूरा खतरा बना हुआ है इससे प्रशासन बेखबर नजर आ रहा है क्योंकि प्रशासन का कोई भी आदमी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए लाइन के आसपास भी नजर नहीं आ रहा इसलिए श्रद्धालुओं की जान अब राम भरोसे है।