
462 total views
महापंचायत में उमड़ा किसानों का जन सैलाब,सुरक्षा के कड़े इंतजाम चप्पे चप्पे पर भारी पुलिस बल तैनात
ब्यूरो रिपोर्ट: 24 पब्लिक न्यूज़
मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में किसानों की महापंचायत में लाखों की संख्या में किसानों का जन सैलाब उमड़ने से सरकार में खलबली मची हुई हैं। किसानों की महापंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किया है चप्पे चप्पे पर भारी पुलिस बल तैनात हैं। मुज्जफरनगर के जीआईसी मैदान में किसानों की महापंचायत हो रही हैं भाकियू के नेता राकेश टिकैत के जीआईसी मैदान में पहुंचते ही जय जवान जय किसान हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई एकता के नारे से मैदान गूंज उठा।
आपको बता दें की मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में किसानों की महापंचायत चल रही हैं।महापंचायत में सभी किसान संयुक्त मोर्चा के नेताओं का सिर्फ एक ही नारा है की केंद्र सरकार द्वारा थोपे गए तीन काले कानूनों को वापस लिया जाए और एमएसपी पर गारंटी कानून बनाया जाए और बिजली संशोधन बिल 2020 वापस हो किसानों के ऊपर हुए अत्याचार में दोषियों के खिलाफ मुकदमा लिख कर कानूनी कार्रवाई की जाए और उन्हें सस्पेंड किया जाए। इसी को लेकर रविवार को मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत में लाखो किसानों का जनसैलाब उमड़ा जिसमें हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सभी धर्म के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और किसान मजदूर एकता को दिखाया गया। महापंचायत में किसान आंदोलन की दशा और दिशा तय करेंगे शाम 5 बजे तक किसानों की महापंचायत चलेंगी।सभी किसान संगठन के प्रवक्ताओं का एक ही नारा रहा की अगर केंद्र सरकार द्वारा थोपे गए तीनों काले कानूनों को वापस नहीं लिया गया और एमएसपी पर गारंटी कानून नहीं बनाया गया वह 2020 बिजली बिल वापस नहीं हुए तो आने वाले समय में जनता और किसान भाजपा सरकार को सबक सिखाने का काम करेंगे और 2022 में विधानसभा के चुनाव में इसका असर भी देखने को मिलेगा। किसानों की सरकार के साथ चल रही लड़ाई में दिल्ली बॉर्डर पर किसानों को धरना दिए हुए लगभग 9 महीने से ज्यादा समय बीत चुका है उसके बाद भी सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। जिसको लेकर किसानों ने अब हुंकार भरली है और कहा की अगर यह कानून वापस नहीं हुई तो हम सरकार बदलने का काम भी करेंगे और इस ताना शाह सरकार को उखाड़ फेंकने का काम किसान और देश की जनता करेंगे।